और हर बाँध निरर्थक
रोक रखी थी आँखों में
उन बूँदों को
बड़ी मजबूत बाँध से
कुछ बूँदें ही हैं तो क्या ?
जज़्बात का दरिया है …
जो छलक गई बूँदें
तो एक-एक बूँद
एक तेज़ धार बन जाएगी
और हर बाँध निरर्थक ।
All about India's capital.
रोक रखी थी आँखों में
उन बूँदों को
बड़ी मजबूत बाँध से
कुछ बूँदें ही हैं तो क्या ?
जज़्बात का दरिया है …
जो छलक गई बूँदें
तो एक-एक बूँद
एक तेज़ धार बन जाएगी
और हर बाँध निरर्थक ।
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