“बहाने से ही आ ”
मेरी मोह्हब्ब्त का सिला मुझको मिले कुछ ऐसे ,
तुझे पाने की तम्मना मैं जीना दुशवार हो जाए ,
आज तू मुझे खाक मे मिलाने के बहाने से ही आ .
तेरी यादों का पहरा मेरी धड़कन पे अब ना रहे ,
मेरे हाथों से तेरा दामन भी कुछ छुट जाए ऐसे ,
आज तू मुझपे इतने सितम ढाने के बहाने से ही आ .
इन निगाहों के सिसकते इंतजार बिखर जायें कुछ ऐसे ,
की मेरी आंखों की नमी भी छीन जाए मुझसे ,
आज तू मुझे यूं बेइन्तहा रुलाने के बहाने से ही आ .
ये दिल एक पल मे टूट के बिखर जाए कुछ इस तरह ,
की मेरी हर एक आरजू और उम्मीद का जनाजा निकले,
आज तू मुझे इस कदर ठुकराने के बहाने से ही आ
26 comments:
"Hi guys, m honourd to hav such motivating readers over here. Each n every words of yours are preceious gems for me. You all are so creative, energatic and loving that i hav no words to thank you. Just wana say keep this spirit always and wish you all Good luck.
'With lov and regard'
Seema
आज तू मुझे यूं बेइन्तहा रुलाने के बहाने से ही आ .
ये दिल एक पल मे टूट के बिखर जाए कुछ इस तरह ,
की मेरी हर एक आरजू और उम्मीद का जनाजा निकले,
आज तू मुझे इस कदर ठुकराने के बहाने से ही आ
Beautiful lines
आज तू मुझपे इतने सितम ढाने के बहाने से ही आ .
इन निगाहों के सिसकते इंतजार बिखर जायें कुछ ऐसे ,
की मेरी आंखों की नमी भी छीन जाए मुझसे ,
आज तू मुझे यूं बेइन्तहा रुलाने के बहाने से ही आ
Nice one seema jee
Regards
Ashok,Kota
आज तू मुझे यूं बेइन्तहा रुलाने के बहाने से ही आ .
ये दिल एक पल मे टूट के बिखर जाए कुछ इस तरह ,
की मेरी हर एक आरजू और उम्मीद का जनाजा निकले,
आज तू मुझे इस कदर ठुकराने के बहाने से ही आ
Good line
Ravi Ranajn
Patna
मेरी मोह्हब्ब्त का सिला मुझको मिले कुछ ऐसे ,
तुझे पाने की तम्मना मैं जीना दुशवार हो जाए ,
Words are magical
Regards
nice one
Regards
आज तू मुझे यूं बेइन्तहा रुलाने के बहाने से ही आ .
ये दिल एक पल मे टूट के बिखर जाए कुछ इस तरह ,
की मेरी हर एक आरजू और उम्मीद का जनाजा निकले,
आज तू मुझे इस कदर ठुकराने के बहाने से ही आ
wahh
good one..like it a lot
beautiful poem
मेरे हाथों से तेरा दामन भी कुछ छुट जाए ऐसे ,
आज तू मुझपे इतने सितम ढाने के बहाने से ही आ .
core of poem
आज तू मुझे खाक मे मिलाने के बहाने से ही आ .
तेरी यादों का पहरा मेरी धड़कन पे अब ना रहे ,
मेरे हाथों से तेरा दामन भी कुछ छुट जाए ऐसे ,
आज तू मुझपे इतने सितम ढाने के बहाने से ही आ .
इन निगाहों के सिसकते इंतजार बिखर जायें कुछ ऐसे ,
की मेरी आंखों की नमी भी छीन जाए मुझसे ,
आज तू मुझे यूं बेइन्तहा रुलाने के बहाने से ही आ .
beautiful seema jee
Regards
आज तू मुझपे इतने सितम ढाने के बहाने से ही आ .
इन निगाहों के सिसकते इंतजार बिखर जायें कुछ ऐसे ,
bahot khub
@ seema mam...pleasure is all ours..we r gr8 ful 2 u dat u became part of dis blog
Regards
ggod one
Regards
आज तू मुझपे इतने सितम ढाने के बहाने से ही आ .
इन निगाहों के सिसकते इंतजार बिखर जायें कुछ ऐसे ,
की मेरी आंखों की नमी भी छीन जाए मुझसे ,
आज तू मुझे यूं बेइन्तहा रुलाने के बहाने से ही आ .
gr8 lines
Regards
मेरी मोह्हब्ब्त का सिला मुझको मिले कुछ ऐसे ,
तुझे पाने की तम्मना मैं जीना दुशवार हो जाए ,
आज तू मुझे खाक मे मिलाने के बहाने से ही आ .
तेरी यादों का पहरा मेरी धड़कन पे अब ना रहे ,
lovely.too good
Regards
@seema jee,In fact its our pleasure that u agreed to be part of this blog.Thanks & Regards
nice poem as always
Ankita Bhopal
nice one seema jee
Regards
मेरी मोह्हब्ब्त का सिला मुझको मिले कुछ ऐसे ,
तुझे पाने की तम्मना मैं जीना दुशवार हो जाए ,
आज तू मुझे खाक मे मिलाने के बहाने से ही आ .
तेरी यादों का पहरा मेरी धड़कन पे अब ना रहे
gr8 lines these
इन निगाहों के सिसकते इंतजार बिखर जायें कुछ ऐसे ,
की मेरी आंखों की नमी भी छीन जाए मुझसे ,
Waah
lovely poem
Reagrds
इन निगाहों के सिसकते इंतजार बिखर जायें कुछ ऐसे ,
की मेरी आंखों की नमी भी छीन जाए मुझसे ,
आज तू मुझे यूं बेइन्तहा रुलाने के बहाने से ही आ .
too good
इन निगाहों के सिसकते इंतजार बिखर जायें कुछ ऐसे ,
की मेरी आंखों की नमी भी छीन जाए मुझसे ,
nice one
nice one mam
Regards
Graet compostion as always
& pleasure is of this blog that u became part of it
Thanks & Regards
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