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Wednesday, January 28, 2009

"फर्ज निभाने को"


तन्हाइयों ने फ़िर
बीज तेरी यादो के रोपे
मन के बंजर खलिहानों मे
घावो की पनीरी अंकुरित हुई
बीते लम्हों की फसल उगाने को
तिल तिल जल के राख़ हुए
अरमान उर्वरक बन बिखर गये
दिल दरिया अश्रु बह निकले
सींच उन्हें अपना "फर्ज निभाने को

18 comments:

Radhika January 28, 2009 at 9:17 AM  

अरमान उर्वरक बन बिखर गये
दिल दरिया अश्रु बह निकले
सींच उन्हें अपना "फर्ज निभाने को

Rohit Sharma January 28, 2009 at 9:27 AM  

तन्हाइयों ने फ़िर
बीज तेरी यादो के रोपे
मन के बंजर खलिहानों मे
घावो की पनीरी अंकुरित हुई

Jyoti Dixit January 28, 2009 at 9:41 AM  

बीते लम्हों की फसल उगाने को
तिल तिल जल के राख़ हुए
अरमान उर्वरक बन बिखर गये
well composed

Anonymous,  January 28, 2009 at 10:45 AM  

बीते लम्हों की फसल उगाने को
तिल तिल जल के राख़ हुए
अरमान उर्वरक बन बिखर गये
दिल दरिया अश्रु बह निकले

Dr.Nishi Chauhan January 28, 2009 at 11:24 AM  

बीज तेरी यादो के रोपे
मन के बंजर खलिहानों मे
घावो की पनीरी अंकुरित हुई

Anonymous,  January 28, 2009 at 2:00 PM  

तिल तिल जल के राख़ हुए
अरमान उर्वरक बन बिखर गये
दिल दरिया अश्रु बह निकले
सींच उन्हें अपना "फर्ज निभाने को

Austeen Sufi January 28, 2009 at 2:02 PM  

मन के बंजर खलिहानों मे
घावो की पनीरी अंकुरित हुई
बीते लम्हों की फसल उगाने को

Amrita Kumari January 28, 2009 at 2:32 PM  

बीते लम्हों की फसल उगाने को
तिल तिल जल के राख़ हुए

Ruchika Mittal January 28, 2009 at 3:04 PM  

तिल तिल जल के राख़ हुए
अरमान उर्वरक बन बिखर गये

Shreya Rajput January 28, 2009 at 8:59 PM  

तिल तिल जल के राख़ हुए
अरमान उर्वरक बन बिखर गये

Tulip Banerjee January 29, 2009 at 8:18 AM  

बीते लम्हों की फसल उगाने को
तिल तिल जल के राख़ हुए

Anonymous,  January 29, 2009 at 8:54 AM  

तिल तिल जल के राख़ हुए
अरमान उर्वरक बन बिखर गये

Anonymous,  January 30, 2009 at 3:04 AM  

दिल दरिया अश्रु बह निकले
सींच उन्हें अपना "फर्ज निभाने को

purnima January 30, 2009 at 4:06 PM  

तन्हाइयों ने फ़िर
बीज तेरी यादो के रोपे
bhut hi sunder abhivaykti he

Anonymous,  January 30, 2009 at 4:07 PM  

तन्हाइयों ने फ़िर
बीज तेरी यादो के रोपे
bhut hi sunder abhivyakti he

Er. Paayal Sharma January 31, 2009 at 2:40 PM  

तिल तिल जल के राख़ हुए
अरमान उर्वरक बन बिखर गये

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